Black Check Company kya hai
बाजार नियामक सेबी (Sebi) और इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स ऑथोरिटी (IFSCA) मिलकर भारत में स्पेशल पर्पज एक्वीजिशन कंपनियों (SPACs) को लॉन्च करने की दिशा में काम कर रहे हैं , इन्हें ब्लैक चेक कंपनी भी कहा जाता है । SPACs की खासियत यह है कि इन्हें एक या एक से ज्यादा कंपनियों के अधिग्रहण के लिए गठित किया जाता है । लेकिन गठन के वक्त एंटिटीज टार्गेट के नाम का खुलासा नहीं करती है ।
मुख्यतः स्पेशल पर्पज एक्वीजिशन कंपनियों (SPACs) को प्राइवेट इक्विटी कंपनियों (Private Equity Companies) ने शुरू किया था । लेकिन गुजरते वक्त के साथ ये विकसित देशों में पॉपुलर हो चुकी है , इन्हें ब्लैक चेक कंपनियां (B) इसलिए कहा जाता है , क्योंकि इन्हें स्थापित करने वालों के अलावा किसी दूसरे को यह पता नहीं चलता कि किस कंपनी के एसेट टार्गेट के अधिग्रहण के लिए इन्हें स्थापित किया गया है । यही पहलू SPAC को रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए जोखिम भरा बनाता है ।