इस लेख में हमारे द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना, कार्य , प्रणाली , संरचना, उद्देश्य , मुद्रण एवं गवर्नरों की सूची दिए गए है जो कक्षा 9,10 तथा 11 एवं 12 के लिए अतिमहत्वपूर्ण है | कक्षा 9,10,11,12 NCERT and all exam के लिए तो यह लेख बहुत ही फायदेमंद है | आप हमे नीचे comment करके बता सकते है कि आपको यह लेख कैसा लगा |
{tocify} $title={Table of Contents}केंद्रीय बैंक किसी भी देश का सर्वोच्च बैंक होता है संबंधित देश के विधान के अंतर्गत इसे कुछ विशेषाधिकार तथा शक्तियां प्राप्त होती है जो अन्य बैंकों को प्राप्त नहीं होती । अत: केन्द्रीय बैंक वह संस्था हैं , जिसे सामान्य जनहित में मुद्रा की मात्रा में विस्तार तथा संकुचन की व्यवस्था करने का दायित्व सौंपा गया हो ।
भारतीय रिजर्व बैंक को 1 अप्रैल, 1935 में 5 करोड रुपए की चुकता पूंजी से चालू किया गया आरंभ में समग्र हिस्सा पूंजी का स्वामित्व गैर सरकारी हिस्सेदारी के हाथ में था बैंक के सार्वजनिक कार्यों को दृष्टि में रखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अधिनियम, 1934 में यह व्यवस्था की गई कि केंद्र सरकार को रिजर्व बैंक के गवर्नर और डिप्टी गवर्नर नियुक्त करने का अधिकार होगा और ये दोनों रिजर्व बैंक केंद्रीय निर्देशक मंडल ( Central Board of Director ) के सदस्य होंगे ।
➣ भारत में केंद्रीय बैंक की स्थापना से संबंधित प्रथम प्रयास चेम्बरलिन आयोग (1914) द्वारा किया गया ।
➣ भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना, 1930 में स्थापित केंद्रीय बैंकिंग जांच समिति (हिल्टन यंग समिति) की सिफारिश पर हुई ।
➣ सर ओसर्बोन स्मिथ, भारतीय रिजर्व बैंक के प्रथम गवर्नर थे ।
➣ "बैंक साथी" की सेवाओं द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लाभार्थियों को धनराशि जमा करने एवं आहरण की सुविधाएं मिलती है ।
भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना मुख्यतः निम्नलिखित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए की गई थी ।➣ बैंकिंग संकट रोकने व मुद्रा बाजार में लोच पैदा करने हेतु सभी बैंकों से नकद कोष प्राप्त करके एक दृढ़ केंद्रीय कोष का निर्माण करना ।
➣ रुपये के आंतरिक और बाह्य मूल्यों में स्थितरता बनाने के उपाय करना ।
➣ भारतीय मुद्रा और साख व्यवसाय तथा बैंकिंग व्यवसाय आदि से संबंधित आंकड़ों का एकत्रीकरण तथा प्रकाशन ।
➣ विदेशों में मौद्रिक संपर्क ( Monetary Connection ) की स्थापना ।
➣ देश में साख मुद्रा व मात्रा को उसकी कुल मांग के अनुरूप बनाए रखना ।
➣ देश में बैंकिंग व्यवस्था पर नियंत्रण और सही दिशा में उसके विकास का प्रयास ।
➣ कृषि साख संबंधित विभिन्न विषयों का अध्ययन करना तथा प्रत्यक्ष सहायता की व्यवस्था करना ।
➣ सरकार के बैंकर के रूप में सरकार की ओर से ऋण लेना, भुगतान करना , विदेशी विनिमय का लेनदेन करना तथा संबंधित विषयों पर सरकार को सलाह देना ।
भारतीय रिजर्व बैंक की संरचना :-
वर्ष 1949 में भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण किया गया । बैंक में सामान्य प्रबंध एवं निर्देशन का कार्य 20 सदस्यों पर आधारित केंद्रीय निर्देशक मंडल को सौंपा गया । इसमें एक गवर्नर, चार डिप्टी गवर्नर, एक वित्त मंत्रालय द्वारा नियुक्त सरकारी अधिकारी और भारत सरकार द्वारा नामजद दस ऐसे निर्देशक ( Director ) होते हैं , जो देश के आर्थिक जीवन के विभिन्न पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं और चार निर्देशक स्थानीय बोर्डों ( Local Boards ) का प्रतिनिधित्व करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा नामजद किये जाते हैं ।
केंद्रीय बोर्ड के अतिरिक्त चार स्थानीय बोर्ड (Local Board) भी है, जिनके मुख्य कार्यालय बम्बई (मुम्बई) कोलकत्ता (कोलकाता), मद्रास (चेन्नई) और नई दिल्ली में हैं । स्थानीय बोर्डों के 5 सदस्य होते हैं, जो केंद्र सरकार द्वारा 4 वर्षों की अवधि के लिए नियुक्त किये जाते हैं और इनमें क्षेत्रीय एवं आर्थिक हितों पर और सरकारी एवं देशी बैंकों को प्रतिनिधित्व मिलता है ।
वित्त मंत्रालय द्वारा नियुक्त सरकारी अधिकारी प्राय: भारत सरकार का वित्त सचिव होता है जो सरकार की इच्छा अनुसार बोर्ड (मंडल) में बना रहता है ।
भारतीय रिजर्व बैंक के कार्य :-
भारतीय रिजर्व बैंक के कार्य वर्ष 1934 के रिजर्व बैंक अधिनियम में वर्णित है रिजर्व बैंक के महत्वपूर्ण कार्यों को निम्नलिखित उपशीर्षकों के तहत रखा जा सकता है ।
केंद्रीय बैंक के रूप :-
➣
नोट निर्गमित (Issue) करना
➣
बैंकों का बैंकर
➣
साख नियंत्रण
➣
कृषि साख की व्यवस्था
➣
बिल बाजार का विकास
➣
आंकड़ों का संकलन व प्रकाशन
➣
सरकार का बैंकर
➣
विनिमय दर को स्थिर रखना
➣
समाशोधन गृह का कार्य
➣
औद्योगिक वित्त व्यवस्था
➣
प्रशिक्षण व्यवस्था
साधारण बैंक के रूप में किये जाने वाले कार्य :-
➣
जमा प्राप्त करना
➣
अल्पावधि ऋण लेना
➣
विपत्रों को भुनानाना व क्रय-विक्रय
➣
कृषि विपत्रों का क्रय विक्रय
➣
विदेशी विनिमय विपत्रों का क्रय विक्रय
➣
मूल्यवान धातुओं को सुरक्षित रखना
➣
विश्व बैंक में खाता खोलना
➣
अन्य राष्ट्रों के केंद्रीय बैंकों में खाता खोलना
भारतीय मुद्रा प्रणाली :-
भारत में न्यूनतम प्रारक्षण प्राणाली ( Minimum Reserve System ) के अंतर्गत मुद्रा निर्गम संभव होती है नोट के निर्गमन की यह विधि वर्ष 1966 से रिजर्व बैंक द्वारा स्वीकार की गई । वर्तमान समय से नोट जारी करने हेतु इसी प्रणाली को आधार बनाया गया है ।
इस प्रणाली के अनुसार, प्रचलन विभाग के पास स्वर्ण मुद्रा एवं विदेशी ऋण पत्र कुल मिलाकर किसी समय ₹200 करोड़ के मूल्य से कम नहीं होने चाहिए इनमें स्वर्ण का मूल्य (धातु तथा मुद्रा मिलाकर ) रुपए 115 करोड़ से कम नहीं होना चाहिए । इस वर्तमान समर्धन व्यवस्था को न्यूनतम प्रारक्षण प्रणाली या न्यूनतम आरक्षित निधि प्रणाली कहते हैं ।
भारत में प्रतिभूति मुद्रण के संस्थान :-
इंडिया सिक्योरिटी प्रेस, नासिक (महाराष्ट्र) :-
नासिक रोड स्थित भारत प्रतिभूति मुद्रणालय (India Security Press) में डाक संबंधी लेखन सामग्री, डाक एवं डाक भिन्न टिकटों, अदालती एवं गैर अदालती स्टांपो (RBI , SBI) बैंकों के चेकों, ब्रांडो, राष्ट्रीय बचत पत्रों, पोस्टल आर्डर, पासपोर्ट, इंदिरा विकास पत्रों, किसान पत्रों आदि के अतिरिक्त राज्य सरकारों , सरकारी क्षेत्र के उपक्रमों, वित्तीय निगमों आदि के प्रतिभूति पत्रों की छपाई की जाती है ।
सिक्योरिटी प्रिंटिंग प्रेस, हैदराबाद (आंध्र प्रदेश) :-
इसकी स्थापना दक्षिण राज्यों की डाक लेखन सामग्री की मांगों को पूरा करने व पूरे देश की केंद्रीय उत्पाद शुल्क स्टांप की मांग को पूरा करने के लिए वर्ष 1982 में की गई थी ताकि भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक रोड के उत्पादन की अनुपूर्ति की जा सके ।
करेंसी प्रेस नोट, नासिक (महाराष्ट्र) :-
यह रुपए 10,50,100, 500 तथा 1000 के बैंक नोट छपती है और उनकी पूर्ति करती है ।
बैंक नोट प्रेस, देवास (मध्य प्रदेश) :-
रु 20 , 50 , 100 , 500 के उच्च मूल्य वर्ग के नोट छपती है बैंक नोट प्रेस की स्याही की कारखाना प्रतिभूति पत्रों की स्याही का निर्माण भी करता है ।
शाहबनी (पश्चिम बंगाल) तथा मैसूर (कर्नाटक) के भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रन लिमिटेड :-
इन दोनों स्थानों पर दो-दो नए एवं अत्याधुनिक करेंसी नोट छापे जाते हैं , यहां आरबीआई के नियंत्रण में करेंसी नोट छापे जाते हैं ।
सिक्योरिटी पेपर मिल, होशंगाबाद (मध्य प्रदेश) :-
बैंक और करेंसी नोट कागज तथा नॉन-ज्यूडिशियल स्टांप पेपर की छपाई में प्रयोग होने वाले कागज का उतदान करने के लिए वर्ष 1967-68 में उक्त मिल चालू की गई थी ।
आरबीआई द्वारा रुपए 1 नोट का पुर्नप्रचालन :-
भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI ) ने 4 मार्च, 2015 को रु 1 का नोट पुनप्रचलन में लाने की घोषणा की है । इसके लिए " द क्वाएनेज एक्ट, 2011 " के तहत निविदा जारी की गई है । जिसके माध्यम से नोट की प्रिंटिंग की जाएगी ।
20 वर्षों बाद पुनः 1 रुपए का नोट जल्दी परिचालन में होगा । नवंबर 1994 में अधिक लागत के कारण रुपए 1 नोट की प्रिंटिंग बंद कर दी गई थी । ₹2 तथा ₹5 के नोट की प्रिंटिंग भी वर्ष 1995 में बंद कर दी गई । इसके बाद से इन मूल्यों के सिक्के की परिचालन में रह गये थे ।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नरों की सूची :-
क्र.सं. | नाम | कार्यकाल |
---|---|---|
1. | ओस्बोर्न स्मिथ | 1 अप्रैल, 1935 से 30 जून,1937 |
2. | जेम्स ब्रैड टेलर | 1 जुलाई, 1937 से 17 फरवरी, 1943 |
3. | सी. डी. देशमुख | 11 अगस्त, 1943 से 30 जून, 1949 |
4. | बेनेगल रामा राव | 1 जुलाई, 1949 से 14 जनवरी, 1957 |
5. | के. जी. अम्बेगांवकर | 14 जनवरी, 1957 से 28 फरवरी, 1957 |
6. | एच. वी. आर. आयंगर | 1 मार्च, 1957 से 28 फरवरी, 1962 |
7. | पी. सी. भट्टाचार्य | 1 मार्च, 1962 से 30 जून, 1967 |
8. | एल. के. झा | 1 जुलाई, 1967 से 3 मई, 1970 |
9. | बी. एन. अदारकर | 4 मई, 1970 से 15 जून, 1970 |
10. | एस. जगन्नाथन | 16 जून, 1970 से 19 मई, 1975 |
11. | एन. सी. सेन गुप्ता | 19 मई, 1975 से 19 अगस्त, 1975 |
12. | के. आर. पुरी | 20 अगस्त, 1975 से 2 मई, 1977 |
13. | एम. नरसिम्हन | 3 मई, 1977 से 30 नवम्बर, 1977 |
14. | आई. जी. पटेल | 1 दिसम्बर, 1977 से 15 सितम्बर, 1982 |
15. | मनमोहन सिंह | 16 सितम्बर, 1982 से 14 जनवरी, 1985 |
16. | अमिताभ घोष | 15 जनवरी, 1985 से 4 फरवरी, 1985 |
17. | आर. एन. मल्होत्रा | 4 फरवरी, 1985 से 22 दिसम्बर, 1990 |
18. | एस. वेंकटरमण | 22 दिसम्बर, 1990 से 21 दिसम्बर, 1992 |
19. | सी. रंगराजन | 22 दिसम्बर, 1992 से 21 नवम्बर, 1997 |
20. | बिमल जलान | 22 नवम्बर, 1997 से 6 सितम्बर, 2003 |
21. | वाई. वी. रेड्डी | 6 सितम्बर, 2003 से 5 सितम्बर, 2008 |
22. | डी. सुब्बाराव | 5 सितम्बर, 2008 से 4 सितम्बर, 2013 |
23. | रघुराम राजन | 4 सितम्बर, 2013 से 4 सितम्बर, 2016 |
24. | उर्जित पटेल | 4 सितम्बर, 2016 से 11 दिसम्बर 2018 |
25. | शशिकांत दास | 12 दिसम्बर 2018 से पदासीन |
भारतीय रिजर्व बैंक के सवाल :-
1. भारतीय रिज़र्व बैंक की मुख्यालय कहाँ है?
मुम्बई, जिसका पुराना नाम बम्बई था, भारत के महाराष्ट्र राज्य की राजधानी है। सन् 2018 में यह दिल्ली के बाद जनगणना की दृष्टि से भारत का दूसरा सबसे बड़ा और विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा शहर था।
2. भारतीय रिजर्व बैंक का पुराना नाम था ?
The Imperial Bank Of India
3. भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना कब और किसने की?
यह भारत के सभी बैंकों का संचालक है। रिज़र्व बैक भारत की अर्थव्यवस्था को नियन्त्रित करता है। इस बैंक के संस्थापकों में डॉ॰ भीमराव अम्बेडकर भी थे। इसकी स्थापना 1 अप्रैल सन् 1935 को रिज़र्व बैंक ऑफ़ इण्डिया ऐक्ट 1934 के अनुसार हुई।
4. भारत के वर्तमान गवर्नर कौन है?
शशिकांत दास
5. भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण कब हुआ था ?
साल 1935 में भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना की गई थी, बाद में साल 1949 में इस बैंक का राष्ट्रीयकरण किया गया
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- नागरिकता और मौलिक अधिकारों से सम्बंधित परीक्षा में पूछे गये महत्वपूर्ण प्रश्न
- संविधान का भाग-3 [ मौलिक अधिकार ( अनुच्छेद 12 से 35 ) ]
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- संविधान का भाग-4(A) [मौलिक कर्तव्य ( अनुच्छेद-51(A) ]
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- उपराष्ट्रपति ( अनुच्छेद 63 - 71 )
- प्रधानमंत्री और संघ का मंत्री परिषद एवं उप प्रधानमंत्री
- संघ की विधायिका ( अनुच्छेद - 79-123 )
- राज्य की कार्यपालिका या राज्यपाल
- संघ की न्यायपालिका ( अनुच्छेद :- 124 - 146 )
- राज्य की विधायिका
- राज्य की न्यायपालिका
- भाग 8 [ संघ शासित क्षेत्र ( अनुच्छेद 239 - 241) ]
- भाग 9 तथा 9(A) [ स्थानीय स्वशासन ]
- भाग 11 :- [ संघ एवं राज्यों के बीच संबंध ( अनुच्छेद - 245 - 263 ) ]
- भाग - 12 [ वित्त एवं संपत्ति ( अनुच्छेद 264 - 300 ) ]
- भाग 14 [ संघ एवं राज्यों के अधीन सेवाएं ( अनुच्छेद 312 - 323 ) ]
- भाग 15 [ निर्वाचन ( अनुच्छेद - 324 - 329 ) ]
- भाग 16 [ विशेष वर्गों के लिए विशेष उपबंध ( अनुच्छेद - 330 - 342 ) ]
- भाग 17 - [ राजभाषा ( अनुच्छेद - 343 - 351 ) ]
- भाग 20 [ संविधान संशोधन ( अनुच्छेद - 368 ) ]
- भाग 21 [ अस्थाई प्रावधान ( अनुच्छेद 369 - 392 ) ]
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